जब Kupwara Police के पुलिसकर्मियों ने इंस्पेक्टर शाला के पार्थिव शरीर को पहचानने से इनकार कर दिया ? जब पुलिस को ये जानकारी मिलती है और एक पु...
जब Kupwara Police के पुलिसकर्मियों ने इंस्पेक्टर शाला के पार्थिव शरीर को पहचानने से इनकार कर दिया ?
जब पुलिस को ये जानकारी मिलती है और एक पुलिस दल वहां पहुंचता है और इंस्पेक्टर शाला के अंडर में काम किए हुए जम्मू कश्मीर के मुस्लिम पुलिसकर्मियों ने उनकी लाश की शिनाख्त करने से मना कर दिया था तब एक हिंदू पुलिसवाला जिसने शाला साहब के अंडर में काम किया था, शाला साहब की लाश की शिनाख्त की।
और इस तरह एक देशभक्त जम्मू कश्मीर पुलिस के साहसी इंस्पेक्टर चुन्नीलाल शाला, जिनके दांत निकाल लिए गए थे, ,जिनके नाखून उखाड़ दिए गए थे,जिनके हाथों और पैरों की सारी हड्डियां आतंकवादियों ने तोड़ दी थी,अपनी मातृभूमि के लिए लड़ते-लड़ते वीरगति को प्राप्त हो गए।
आज अमर शहीद इंस्पेक्टर शाला का परिवार हमसे कुछ प्रश्न पूछता है:-
1. जब कश्मीर में हिंदुओं का नरसंहार हो रहा था तो भारत सरकार खामोश क्यों थी?
2. भारत का हिंदू समाज ये सब चुपचाप क्यों देखता रहा?
3. कैसे आजाद भारत में हिंदुओं का सामूहिक नरसंहार करके उनको उनके घरों से बाहर निकाल दिया गया?
4. जिन लोगों ने पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर और कश्मीर को भारत से अलग करना के मकसद से और जिहादी उन्माद में आकर देशभक्त कश्मीरी हिंदुओं की हत्या,बलात्कार और पलायन के जघन्य अपराध किए, उनको कब सजा मिलेगी?
5. 30 साल से न्याय के लिए कश्मीरी हिंदू भटक रहा है, हम भारतीय इनका साथ कब देंगे?
ऐसे आर्टिकल पहले भी लिखे जा चुके हैं,इस आर्टिकल का मकसद आपके जिंदा शरीर में मरी हुई आत्मा को जगाना है और अगर आपके मरे हुए शरीर में एक बार आत्मा जाग गई तो इन देशभक्त भारतीय कश्मीरी हिंदुओं को 30 साल बाद ही सही न्याय मिल जाएगा.
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