इंस्पेक्टर शाला ने सोने से पहले अपनी बेटी सुषमा को दो चाकू क्यों दिए ? जब शाला परिवार बेसमेंट में सोने जा ही रहा था तभी इंस्पेक्टर शाला ने अ...
इंस्पेक्टर शाला ने सोने से पहले अपनी बेटी सुषमा को दो चाकू क्यों दिए ?
जब शाला परिवार बेसमेंट में सोने जा ही रहा था तभी इंस्पेक्टर शाला ने अपनी बेटी सुषमा को बुलाया और दो किचन नाइफ दिए और कहा "बेटा अगर आज की रात जिहादी भीड़ हमारे घर पर हमला करती है तो और ये भीड़ तुम तक पहुंचे, उससे पहले तुम अपनी इज्जत बचाने के लिए इन दो चाकू से खुद को मार के खत्म कर लेना".
19 जनवरी 1990 के बाद शाला परिवार ने अपनी सुरक्षा के लिए क्या तय किया?
जब शाला परिवार सुबह उठा तो परिवार के सभी लोग इस पर विचार कर रहे थे की हमें यही बारामुला में रहना चाहिए या फिर किसी सुरक्षित स्थान जैसे जम्मू या दिल्ली चले जाएं.
तब इंस्पेक्टर शाला ने परिवार के बाकी सदस्यों से कहा कि-
हम यहां से क्यों जाएंगे?
ये हमारी मातृभूमि हैै!
हम यहां सदियों से रह रहे हैं!
हम यहां से नहीं जाएंगे!
उसी बीच केंद्र सरकार ने जगमोहन मल्होत्रा को जम्मू कश्मीर का गवर्नर बनाकर भेजा था जो कि पहले भी जम्मू कश्मीर के गवर्नर रह चुके थे और उनकी ऐसी छवि थी कि वहां रह रहे कश्मीरी हिंदू अल्पसंख्यक को लगा कि अब जब जगमोहन गवर्नर बन कर आ गए हैं तो अब जगमोहन सब सही कर देंगे.किसी को डरने की जरूरत नहीं है इसी का हवाला देते हुए इंस्पेक्टर शाला ने कहा जब जगमोहन गवर्नर बन कर आ गए हैं तो यह सब सही कर देंगे ज्यादा डरना या चिंता करने की जरूरत नहीं है. शायद यही शाला परिवार की सबसे बड़ी गलती या मासूमियत थी.
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