शाला परिवार ने 19 जनवरी 1990 को अपनी जान कैसे बचाई ? जब इंस्पेक्टर शाला अपने घर वापस आए तो उनके चेहरे का रंग उड़ा हुआ था और साथ ही आते ह...
शाला परिवार ने 19 जनवरी 1990 को अपनी जान कैसे बचाई ?
जब इंस्पेक्टर शाला अपने घर वापस आए तो उनके चेहरे का रंग उड़ा हुआ था और साथ ही आते ही उन्होंने अपनी पत्नी और बच्चों से कहा तुम सब जल्दी डिनर कर लो और आज की रात हम लोग बेसमेंट में ही सोएंगे.
जब बच्चे अपना डिनर कर रहे थे तब इंस्पेक्टर शाला और सुषमा शाला के मामा,जो कि उस समय उन लोगों के साथ ही रह रहे थे,उन्होंने घर के मुख्य द्वार पर घर के सबसे भारी फर्नीचर लगा दिए थे.
ये जो बेसमेंट था ,ये एक ऐसी जगह थी घर की जहां पर शाला परिवार सर्दियों के लिए लकड़ियां रखता था या फिर घर में जो गैर जरूरी चीजें होती थी,उनको रखा जाता था और वो रात शाला परिवार ने बेसमेंट में काटी.
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