क्या बारामुला के SHO कलंदर खान में शाला परिवार से झूठ बोला था? जब उस शाम 8:00 बजे तक इंस्पेक्टर शाला अपने घर वापस नहीं आए तो सुषमा जी की म...
क्या बारामुला के SHO कलंदर खान में शाला परिवार से झूठ बोला था?
जब उस शाम 8:00 बजे तक इंस्पेक्टर शाला अपने घर वापस नहीं आए तो सुषमा जी की मां ने अपने भाई को पुलिस स्टेशन इंक्वायरी के लिए भेजा और वहां पर SHO कलंदर खान ने कहा कि आप चिंता मत कीजिए,अभी हम थोड़ी देर में शाला साहब की खबर लेकर आपको बता देंगे।
SHO कलंदर खान रात के करीब 9:00 बजे घर पर आए और उन्होंने सुषमा शाला की मां से कहा कि "मैडम चिंता की कोई बात नहीं है,मेरी शाला साहब से बात हो गई है वो मीटिंग में व्यस्त हैं,कल सुबह वो घर आ जाएंगे"।
जब इंस्पेक्टर शाला की हत्या की सूचना सुषमा शाला के परिवार को दी गई!
सारा परिवार अगले दिन दोपहर तक इंस्पेक्टर शाला के घर आने का इंतजार कर ही रहा था की करीब दोपहर के 3:00 बजे घर पर पास के पुलिस स्टेशन से कुछ सिपाही आते हैं जो कि सुषमा जी के मामा को पुलिस स्टेशन लेकर चले जाते हैं और जब सुषमा शाला के मामा शाम को 6:30 बजे घर आए तो उन्होंने किसी को कुछ नहीं बताया और सारी रात घर के कॉरीडोर में चक्कर काटते रहे।
सुषमा शाला बताती हैं कि ये सब देखते हुए काफी रात हो गई थी और पता नहीं कब उनकी आंख लग गई और वो सुबह घर के बाहर से आते हुए शोर के कारण जब जगी और उन्होंने घर से बाहर आकर देखा तो उनके फूफा जी,जो कि जम्मू कश्मीर आर्म्ड पुलिस में थे,वो आए हुए हैं और वो लोग आपस में कुछ बात कर रहे हैं।
जब सुषमा शाला के फूफा ने उनको उनके पिता की हत्या के बारे में बताया तो ये सुनने के बाद सुषमा शाला को ऐसा लगा कि जैसे उनके ऊपर आसमान टूट पड़ा हो,उनकी दुनिया उजड़ गई हो,किसी भी बेटी के लिए यह सदमा बर्दाश्त करना बहुत कठिन था और वो तेजी से अपनी मां के पास जाती हैं और जोर-जोर से रोने लगते हैं।
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