अब बस यह तय करना है आपको कि आप कब तक चुप रहोगे.कब तक ये ANTI-CAA के नाम पर हिंसा, दंगा और रोड पर अवैध कब्जा करते रहेंगे और इसके खिलाफ आप ...
अब बस यह तय करना है आपको कि आप कब तक चुप रहोगे.कब तक ये ANTI-CAA के नाम पर हिंसा, दंगा और रोड पर अवैध कब्जा करते रहेंगे और इसके खिलाफ आप कब खड़े होंगे.अगर आप इन दंगाइयों के खिलाफ जल्दी खड़े नहीं हुए तो आप बहुत जल्दी लिटा दिए जाएंगे और जितनी जल्दी हो सके फैसला कर लें.
आज ही इन दंगाइयों ने हमारी दिल्ली पुलिस के एक सिपाही को जान से मार दिया.अगर आपको फ्री लॉलीपॉप चूसने से थोड़ी फुर्सत मिले तो आप जान लो इस फ्री लॉलीपॉप के साथ आपको यह दंगाई, पेट्रोल बम,कट्टे की गोलियां और रोड़ों पर अवैध कब्जे भी फ्री में मिले हैं.
कुछ प्रश्नों पर विचार कीजिए
1.अब समाज को ही तय करना होगा की इन दंगाइयों के साथ क्या करना है ?
2. यह संविधान बचाने के नाटक के नाम पर कब तक दंगा करते रहेंगे?
3. यह जो पुलिस पर पेट्रोल बम और देसी कट्टों से फायर कर रहे हैं अगर इनको जल्दी नहीं रोका गया तो ये आपको और आपके परिवार को भी निशाना बनाएंगे.
4.इस गलतफहमी में मत रहिए कि इनको #CAA कानून नहीं पता है .यह तो 370,ट्रिपल तलाक और राम मंदिर पर जो न्याय हुआ है उसके खिलाफ यह दंगा,रोड ब्लॉकेज, पेट्रोल बम, कट्टे से गोलियां चला रहे हैं. यह सब आप कब तक सहेंगे?
5.आज इन्होंने दिल्ली पुलिस के सिपाही को जान से मार दिया है.कल को हमारा और आपका भी नंबर आ सकता है कब तक इंतजार करेंगे?
6.कब तक हम चुप रहेंगे ?
7.कब तक फ्री का लॉलीपॉप चूसते रहेंगे?
8.कब तक,आखिर कब तक यह सोचेंगे कि ये केवल दिल्ली पुलिस की जिम्मेदारी है? आखिर कब तक. . . . . . . ..
शहीद दिल्ली पुलिस के इस सिपाही की आंखों में देखकर थोड़ा सोचिए.........
No comments
Please donot enter any spam link in the comment box.